ये दुनिया वाले भी बड़े अजीब होते है कभी दूर तो कभी करीब होते है दर्द ना बताओ तो हमे कायर कहते है और दर्द बताओ तो हमे शायर कहते है
अपनी किस्मत में सभी कुछ था मगर फूल न थे, तुम अगर फूल न होते तो हमारे होते।
आपकी दुनिया के बेरंग अंधेरों के लिये, रात भर जाग कर एक चांद चुराया मैंने, रंग धुंधले है तो इनका भी सबब मै ही हूँ, एक तस्वीर को इतना क्यूं सजाया मैंने....!
افسانہ ساز جس کا فراق وصال تھا شاید وہ میرا خواب تھا شاید خیال تھا
तेरा दीदार करने को जी चाहता है, खुद को मिटाने का जी चाहता है, पिला दो मुझे मस्ती के प्याले, मस्ती में आने को मेरा जी चाहता है
दिल से तेरी निगाह जिगर तक उतर गई, दोनों को इक अदा में रज़ामंद कर गई
दीवाना हूँ तेरा,मुझे इंकार नहीं, कैसे कह दूँ, के मुझे प्यार नहीं
कुछ इस तरह मैंने जिंन्दगी को आसान कर लिया, किसी से मांग ली माफी, किसी को माफ कर दिया...
सब तमन्नाएं हों पूरी, कोई ख्वाहिश भी रहे, चाहता वो है, मुहब्बत में नुमाइश भी रहे।
तुम्हारे चेहरे पे ध्यान ऐसे टिका हुआ है, तमाम समतो को एक जानिब रखा हुआ है, वो एक लड़की जो मर रही है हया के मारे, वो एक लड़का जो देखने पर तुला हुआ है
अपने होठों से कहो के फूल को चूमे हर रोज़, जब मेरे लब नहीं होंगे तो सहूलत होगी
कितनी मुश्किलों से फलक पे आता है, ईद के चाँद ने भी अंदाज़ तुम्हारे सीखे
तेरी ख्वाहिश बस तेरी उम्मीद करता है कोई, देख कर तुझको मेरी जान, ईद करता है कोई
ईद का दिन है गले आज तो मिल ले ज़ालिम, रस्मे दुनिया भी है, मौका भी है, दस्तूर भी है