कुछ इस तरह मैंने जिंन्दगी को आसान कर लिया, किसी से मांग ली माफी, किसी को माफ कर दिया...
सब तमन्नाएं हों पूरी, कोई ख्वाहिश भी रहे, चाहता वो है, मुहब्बत में नुमाइश भी रहे।
लोग जिस हाल में मरने की दुआ करते हैं, मैं ने उस हाल में जीने की क़सम खाई है
किसी को घर से निकलते ही मिल गई मंज़िल, कोई हमारी तरह उम्र भर सफ़र में रहा