उनके देखने से जो आ जाती है मुंह पर रौनक, वो समझते हैं कि बीमार का हाल अच्छा है
आ कि तुझ बिन इस तरह ऐ दोस्त घबराता हूँ मैं, जैसे हर शय में किसी शय की कमी पाता हूँ मैं
शर्ते लगाई जाती नहीं दोस्ती के साथ, कीजे मुझे क़ुबूल, मेरी हर कमी के साथ